Skip to content
Advertisement

Rs.1500/- Per Month- Apply Now

पंजाब सरकार द्वारा फ्री बिजली योजना

  • by
Advertisement

हाल ही में चयनित आप सरकार ने पंजाब राज्य में आम जनता के लिए अनेक घोषणाएं की है जिसमें से एक आज हम आपके साथ इस लेख के माध्यम से शेयर करेंगे। ये योजना है पंजाब सरकार द्वारा फ्री बिजली योजना जिसके तहत 300 यूनिट तक बिजली के यूज पर बिल माफ कर दिया जायेगा। यानि कि राज्य के सभी उपभोक्ता जिनकी प्रति माह बिजली की खपत 300 यूनिट तक है उन्हें जीरों पॉवर बिल की सुविधा दी जायेगी। योजना का लाभ लगभग राज्य के 90 प्रतिशत जनता को मिलेगा। योजना संबंधित अन्य जानकारी के लिए अंत तक पूरा लेख अवश्य पढें।

Advertisement

फ्री बिजली योजना

पंजाब सरकार द्वारा फ्री बिजली योजना के अंतर्गत राज्य के 90% परिवारों को लाभान्वित करने का लक्ष्य लिया गया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में सराकर ने ये फैसला आम जन पर से मँहगाई के बोझ को खत्म करने के उद्देश्य से लिया है। साथ ही ये सरकार द्वारा आम नागरिक को एक तरह का आर्थिक सहयोग भी है। जीरों पॉवर बिल योजना का लाभ राज्य का हर नागरिक को मिलेगा। योजना का लाभ 1 July 2022 से मिलना शुरू हो गया है। 300 यूनिट से ऊपर के बिल पर ये सुविधा नहीं दी जायेगी। ये योजना दिल्ली में आप सरकार द्वारा दी जा रही फ्री बिजली योजना के तर्ज पर शुरू की गई है।

योजना का नाम फ्री बिजली योजना
योजना किनके द्वारा आरम्भ की गई पंजाब सरकार द्वारा
लाभार्थी पंजाब राज्य के नागरिक
योजना में पंजीकरण प्रक्रिया बिजली बिल के आधार पर
मुख्य उद्देश्य बिजली बिल माफ होने से राज्य के लोगों को आर्थिक सहायता मिलेगी।
योजना कब आरम्भ की गई 1 July 2022 को
प्रोत्साहन धनराशि 300 यूनिट तक बिजली के यूज पर कोई चार्ज नहीं मतलब 300 यूनिट तक बिल माफ
योजना श्रेणी पंजाब सरकार योजनाएं
आधिकारिक वेबसाइट अभी उपलब्ध नहीं।

 

Advertisement

फ्री बिजली योजना की विशेषताएं – 

  • सरकार ने पंजाब में 24 घंटे फ्री सेवा देने का वायदा किया है।
  • 300 यूनिट तक के बिल पर कोई चार्ज नहीं लिया जायेगा मतलब जो भी बिजली उपभोक्ता प्रति महीने 300 यूनिट तक बिजली इस्तेमाल करता है उसको किसी भी तरह का बिजली का बिल नहीं देना पड़ेगा।
  •  राज्य के 90 प्रतिशत परिवार इस योजना से लाभान्वित होंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *