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जनऔषधि सुविधा सैनेटरी नैपकिन योजना

महिलाएं समाज का एक अभिन्न अंग है इस बात को ध्यान में रखकर सरकार समय -2 पर उनके लिए अनक योजनाएं लाती रहती है। ऐसी ही एक योजना है जनऔषधि सुविधा सैनेटरी नैपकिन योजना। य़ोजना के तहत सरकार महिलाओं को उनकी Menstural Hygiene maintain करने के लिए केवल 1रूपयें प्रति पैड के दाम पर sanitary napkin उपलब्ध करवाती है। सरकार ने इसके लिए लगभग 6300 जन औषधि सुविधा सेंटर बनवाए है। जहां से ये महिलाओं को 1रूपये प्रति Pad के मूल्य पर प्रदान किये जाते है। कोरोना काल में लॉकडाउन के समय महिलाओं को भी बहुत समस्या का सामना करना पडा है परंतु सरकार द्वारा संचालित इस योजना के तहत तब भी महिलाओं को उचित दाम पर सैनेटरी नैपकिन उपलब्ध करवाएं गए है। योजना बारे विस्तृत जानकारी के लिए अंत तक पूरा लेख पढें।

जनऔषधि सुविधा सैनेटरी नैपकिन योजना

जनऔषधि सुविधा सैनेटरी नैपकिन योजना के अनुसार नैपकीन की कीमत बाजार मूल्य से बेहद ही कम निर्धारित की गई है। जनऔषधि केन्द्रों पर ये नैपकिन मात्र 1 रुपये में उपलब्ध है जहां बाजार में ये Sanitary Napkin 8 रुपये प्रति पैड मिलता है। पूरे देश में लॉकडाउन के कारण ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को इस तरह की समस्या का लगातार सामना करना पड़ रहा था साथ ही कई बार लड़कियों और महिलाओं को सैनेटरी नैपकीन मिलने में काफी दिक्कतें होती हैं और मार्केट में कीमत इतनी ज्यादा होती है कि इन्हें खरीदने में वो असमर्थ होती हैं तो सरकार की इस पहल ने वंचित महिलाओं के लिए स्वच्छ, स्वस्थ और बेहतर सुविधा सुनिश्चित की है।

योजना का नाम जन औषधि सुविधा सैनेटरी नैपकिन योजना
योजना किनके द्वारा आरम्भ की गई केन्द्र सरकार द्वारा
लाभार्थी देश में  सभी महिलाएं
योजना में कब शुरू की गई 4 जून 2018
मुख्य उद्देश्य महिलाओं को 1 रूपये प्रति Pad के मूल्य पर sanitary napkin प्रदान करना
मुख्य लाभ महिलाओं के लिए स्वच्छ, स्वस्थ और बेहतर सुविधा सुनिश्चित की जा सकेगी और उन्हें इसके लिए अधिक मूल्य नहीं चुकाना पडेगा।
प्रोत्साहन धनराशि बाजार में 8 रुपये प्रति पैड मिलता है वो केवल 1 रूपये प्रति Pad के मूल्य पर मिल सकेगा।
योजना श्रेणी केन्द्र सरकार योजनाएं
आधिकारिक वेबसाइट कोई नहीं

जनऔषधि सुविधा सैनेटरी नैपकिन योजना के लाभ –

  • सैनेटरी नैपकिन पर्यावरण के अनुकूल हैं, क्योंकि ये जैविक रूप से नष्ट हो जाने वाली ऑक्सो-बॉयोडिग्रेडेबल सामग्री से बनाए जाते हैं। इसका मतलब ये वातावरण अनुकूल है ।
  • Sanitary Napkin बाजार से सस्ते दामों पर अर्थात केवल 1 रूपये प्रति Pad के मूल्य पर मिलता है।
  • 10 जून, 2020 तक जन औषधि सुविधा केन्द्रों के जरिए 4.61 करोड़ पैड बेच चुकी हैं।
  • महिलाओं के लिए उचित दाम पर स्वच्छ, स्वस्थ और बेहतर सुविधा सुनिश्चित की जा सकेगी।

 

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