कई बच्चे जन्म से ही दिल की बामारी जैसे ह्रदय में छेद आदि से पीडित होते है। ऐसे बच्चों को अगर समय पर इलाज दे दिया जाये तो ये आगे जीवन जी पाते है। परंतु हर व्यक्ति आर्थिक रूप से इतना सक्षम नहीं होता कि वो इसके इलाज का खर्चा उठा सके। ऐसे परिवारों को मदद करने के लिए बिहार सरकार ने एक योजना चलाई है जिसे नाम दिया गया है बाल ह्रदय योजना। बाल ह्रदय योजना के अंतर्गत दिल से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित बच्चों को अतिरिक्त चिकित्सा प्रदान की जाती है। इलाज का खर्चा बिहार सरकार खुद उठाती है। ऐसे बच्चों को इलाज के लिए सरकार द्वारा अहमदाबाद भेजा जाता है। योजना के बारे में अभी ओर भी बहुत कुछ जानने का है विस्तृत सूचना के लिए आगे भी ऐसे ही हमारे साथ बने रहें।
बिहार बाल ह्रदय योजना
बिहार बाल ह्रदय योजना के तहत दिल में छेद या ventricular septal defect से पीड़ित बच्चों की मुफ्त चिकित्सा प्रदान की जायेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 9 अप्रैल 2021 को बाल हृदय योजना (BHY) की शुरुआत की थी। दिल की बीमारी से पीडित 21 बच्चों को लेकर एक बस को रवाना किया, साथ ही उनके अभिभावकों को विशेष उपचार के लिए पटना एयरपोर्ट से अहमदाबाद (गुजरात) के लिए रवाना किया गया। इलाज से लेकर पूरी यात्रा का खर्चा सब सरकार स्वयं उठायेगी। इन बच्चों को प्रशांति मेडिकल सर्विसेज एंड रिसर्च फाउंडेशन द्वारा संचालित अहमदाबाद स्थित अस्पताल में अतिरिक्त विशेष चिकित्सा दी जाएगी, जिसके साथ राज्य सरकार का एक समझौता है इन बच्चों को मुफ्त चिकित्सा और देखभाल देने का। योजना अपने आप में एक सराहनीय पहल है जो अनेक बच्चो व उनके परिवारों को जीयदान प्रदान करेगी।
योजना का नाम | बिहार बाल ह्रदय योजना |
योजना किनके द्वारा आरम्भ की गई | बिहार सरकार द्वारा |
लाभार्थी | बिहार राज्य के दिल की बीमारी से पीडित बच्चे |
योजना में पंजीकरण प्रक्रिया | अभी ज्ञात नहीं |
मुख्य उद्देश्य | दिल में छेद या ventricular septal defect से पीड़ित बच्चों की मुफ्त चिकित्सा प्रदान |
मुख्य लाभ | दिल में छेद या ventricular septal defect से पीड़ित बच्चों की मुफ्त चिकित्सा मिलने से इन बच्चो व जैसे इनके परिवारों को नवजीवन मिलेगा और वे अच्छी तरह से व स्वस्थ जीवन जी सकेंगे। |
प्रोत्साहन धनराशि | मुफ्त इलाज सुविधा |
योजना श्रेणी | बिहार सरकार योजनाएं |
आधिकारिक वेबसाइट | अभी उपलब्ध नहीं |
बिहार बाल ह्रदय योजना के अंतर्गत इलाज की सुविधा जल्द ही पटना में उपलब्ध करवाई जायोगी इसके लिए भी सरकार काम कर रही है। सरकार ने ये भी कहा है कि जैसे ही बच्चे इलाज के बाद वापिस आते है तो योजना की सफलता का विवरण भी पेश किया जायेगा।