आज का समय में शिक्षा के महत्व को समझते हुए केन्द्र सरकार के साथ-2 राज्य सरकारें भी शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक योजनाएं चलाती रहती है। ऐसी ही एक पहल उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गई है। इस योजना का नाम है मुफ्त स्कूल ड्रेस योजना। योजना के अंतर्गत सरकार राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे पहली क्लास से आठवीं क्लास के बच्चों को मुफ्त स्कूल यूनिफार्म, बैग, जूते खरीदने हेतु 1200 रूपयें की राशि हर बच्चे के बैंक अकाउंट में सीधे टांसफर की जायेगी। योजना का लाभ आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति के बच्चों को इसका लाभ मिलेगा। योजना का लाभ, पात्रता तथा आवेदन प्रक्रिया के लिए लास्ट तक पूरा आर्टिकल पढें।
मुफ्त स्कूल ड्रेस योजना
प्रदेश सरकार राज्य के नागरिकों को विभिन्न प्रकार की योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सदैव तत्पर रही है। इसी कडी में 22 अक्टूबर 2021 को यूपी फ्री स्कूल यूनिफार्म योजना की शुरुआत की गई है। मुफ्त स्कूल ड्रेस योजना में स्कूली बच्चों को स्वेटर, ड्रेस, जूते, मोजे आदि खरीदने के लिए एक अनुदान राशि प्रदान की जाती है। योजना का लाभ केवल यूपी के सरकारी स्कूल में पढ रहे पहली से आठवी कक्षा के छात्रों को ही मिलेगा। स्कूल में पढने वाले बच्चों को सीधे स्कूल के द्वारा ही योजना का लाभ मिल सकेगा। अलग से कोई आवेदन करने की जरूरत नहीं है।
योजना का नाम |
मुफ्त स्कूल ड्रेस योजना |
योजना किनके द्वारा आरम्भ की गई | उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा |
लाभार्थी | उत्तर प्रदेश राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे पहली क्लास से आठवीं क्लास के बच्चें |
योजना में पंजीकरण प्रक्रिया | ऑफलाइन माध्यम द्वारा या सरकारी स्कूल में बच्चे का पंजीकरण अनिवार्य है। |
मुख्य उद्देश्य | बच्चों को फ्री यूनिफॉर्म व अन्य सुविधाओं देकर स्कूल में अनुपस्थित बच्चों को उपस्थित होने के लिए प्रोत्साहित करना |
मुख्य लाभ | गरीब व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए सहयोग मिलने से उनका हौसला बढेगा व वे भी अन्य बच्चों की तरह सशक्त बन सकेंगे। |
प्रोत्साहन धनराशि |
Rs. 1200 |
योजना श्रेणी | उत्तर प्रदेश सरकार योजनाएं |
आधिकारिक वेबसाइट | उपलब्ध नहीं। |
मुफ्त स्कूल ड्रेस योजना के लाभ –
- बच्चों में स्कूल जाने का उत्साह उत्पन्न होगा।
- प्राप्त राशि से बच्चे अपनी स्कूल से संबंधित जरूरी सामान खरीद कर सकेंगे।
- स्कूल में अनुपस्थित बच्चों को उपस्थित बढाने में मदद मिलेगी।।
- शिक्षा को बढावा मिलेगा तथा गरीब व्यक्ति पैसे की चिंता न कर अपने बच्चों को भी स्कूल में दाखिल करवाने के लिए प्रोत्साहित होगा।
- समीज में हर किसी को बराबर अधिकार व अवसर उपलब्ध होंगे।