राष्ट्रीय गोकुल मिशन 2022 के बारे में आज के लिए किस माध्यम से हम आपको सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं जो कि गायों के संरक्षण एवं नस्ल के विकास के लिए सरकार द्वारा आयोजित की गई है। इस योजना के संचालन सर विभिन्न प्रकार की आर्थिक एवं सामाजिक सहायता को नागरिकों तक पहुंचाया जाएगा। हाल ही में इस योजना का शुभारंभ किया गया है और गायों के संरक्षण एवं नस्ल की विकास करने के लिए वैज्ञानिक विधि से लाभार्थियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
इस लेख के माध्यम से हम आपको राष्ट्रीय गोकुल मिशन 2022 से संबंधित सभी जानकारी को प्रदान करने जा रहे हैं। आप इस लेख के माध्यम से योजना के लाभ, विशेषताएं, उद्देश्य, पात्रता, महत्वपूर्ण दस्तावेज एवं आवेदन करने की प्रक्रिया के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल कर सकते हैं। यदि आप राष्ट्रीय गोकुल मिशन के अंतर्गत लाभ प्राप्त करना चाहते हैं या फिर इसमें रुचि रखते हैं तो हमारे आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें क्योंकि इसमें पूरी प्रक्रिया बताई गई है।
राष्ट्रीय गोकुल मिशन 2022
केंद्रीय कृषि मंत्री राज मोहन सिंह जी द्वारा 28 जुलाई 2014 को राष्ट्रीय गोकुल मिशन का शुभारंभ किया गया था। जिसके माध्यम से स्वदेशी गायों के संरक्षण करने के लिए एवं उनकी नस्ल के विकास को बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक विधि से प्रोत्साहित किया जा रहा है। 2014 में के कार्यान्वयन के लिए 2025 करोड़ रुपए की धनराशि का बजट आवंटित किया गया था।
साल 2019 में इस योजना के अंतर्गत बजट को ₹750 करोड़ से बढ़ा दिया गया। स्वदेशी दुधारू पशुओं को इस मिशन के माध्यम से उन्हें अनुवांशिक संरचना के अंतर्गत सुधार करने के लिए नस्ल सुधार कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिसके अंतर्गत पशुओं की संख्या में वृद्धि होगी एवं दूध उत्पाद तथा उत्पादकता को बढ़ाने में भी विभिन्न प्रकार के प्रयास किए जाएंगे।
योजना का नाम | Rashtriya Gokul Mission |
योजना किसके द्वारा आरम्भ किया गया | भारत सरकार द्वारा |
स्कीम के लाभार्थी | देश के गौपालक |
आधिकारिक वेबसाइट | यहाँ क्लिक करें |
लांच साल | 2022 |
योजना श्रेणी | Central Govt Yojana |
आवेदन करने की प्रक्रिया | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
राष्ट्रीय गोकुल मिशन का उद्देश्य 2022
इस मिशन के माध्यम से देश के सभी पशुपालक किसानों की आय में वृद्धि करना है एवं उन्हें मिशन से संबंधित पशुपालन को बढ़ावा देना है योजना के माध्यम से किसानों को दूध उत्पादन करने की गुणवत्ता में सुधार लाना है उसके साथ वैज्ञानिक रूप से वृद्धि करने में विषय के बारे में भी जानकारी को प्रदान करना है। इस योजना के कार्यान्वयन के माध्यम से लाल सिंध, धरपरकर, सहीवालल और गिर आदि जैसे उच्च कोटि की स्वदेशी नस्ल की गायों का उपयोग करके अन्य नस्लों की गायों का निर्माण किया जाएगा एवं विकास किया जाएगा। योजना के माध्यम से किसानों को दुधारू पशुओं के लिए गुणवत्ता रूप से गर्भाधान की सुविधा भी घर पर उपलब्ध कराई जाएगी। के अलावा योजना के अंतर्गत आनुवंशिक योगिता वाले सांड का वितरण भी किया जाएगा।
पुरस्कार का प्रावधान राष्ट्रीय गोकुल मिशन के अंतर्गत
- योजना के अंतर्गत मिशन के माध्यम से पुरस्कार का प्रावधान भी रखा गया है।
- इस पुरस्कार से देश के किसानों का पशुपालन की तरफ आकर्षित करने का उद्देश्य है ।
- शुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा इस पुरस्कार को प्रदान किया जाएगा।
- प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले लाभार्थी को गोपाल रत्न पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
- तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले नागरिक को कामधेनु का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
- स्वदेशी नस्लों के 2 जातियों पशुओं को बेहतर संरक्षण प्रदान करने वाले पशुपालकों को गोपाल रत्न पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
- गौशाला एवं सर्वोत्तम प्रबंधित ब्रीड सोसाइटी को कामधेनु पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
- अब तक लगभग 22 गोपाल एवं 21 कामधेनु पुरस्कार योजना के अंतर्गत प्रदान किए गए हैं।
Rashtriya Gokul Mission 2022 के लाभ
हमने आपको नीचे निम्नलिखित प्रकार से योजना के कुछ लाभ के बारे में जानकारी को प्रदान किया है कृपया करके ध्यान पूर्वक से जरूर पढ़ें जो कि इस प्रकार है।
- इस मिशन के माध्यम से देश के सभी पशुपालक किसानों की आय में वृद्धि करना है एवं उन्हें मिशन से संबंधित पशुपालन को बढ़ावा देना है।
- योजना के माध्यम से किसानों को दूध उत्पादन करने की गुणवत्ता में सुधार लाना है।
- उसके साथ वैज्ञानिक रूप से वृद्धि करने में विषय के बारे में भी जानकारी को प्रदान करना है।
- इस योजना के कार्यान्वयन के माध्यम से लाल सिंध, धरपरकर, सहीवालल और गिर जैसे उच्च कोटि की स्वदेशी नस्ल की गायों का उपयोग करके अन्य नस्लों की गायों का निर्माण किया जाएगा एवं विकास किया जाएगा।
- योजना के माध्यम से किसानों को दुधारू पशुओं के लिए गुणवत्ता रूप से गर्भाधान की सुविधा भी घर पर उपलब्ध कराई जाएगी।
- इस के अलावा योजना के अंतर्गत आनुवंशिक योगिता वाले सांड का वितरण भी किया जाएगा।
योजना के मुख्य तथ्य
हमने आपको नीचे निम्नलिखित प्रकार से राष्ट्रीय गोकुल मिशन 2022 के कुछ मुख्य तथ्य के बारे में जानकारी प्रदान की है कृपया करके ध्यान पूर्वक से जरूर पढ़ें।
- केंद्रीय कृषि मंत्री राज मोहन सिंह जी द्वारा 28 जुलाई 2014 को राष्ट्रीय गोकुल मिशन का शुभारंभ किया गया था।
- जिसके माध्यम से स्वदेशी गायों के संरक्षण करने के लिए एवं उनकी नस्ल के विकास को बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक विधि से प्रोत्साहित किया जा रहा है।
- 2014 में योजना के कार्यान्वयन के लिए 2025 करोड़ रुपए की धनराशि का बजट आवंटित किया गया था।
- साल 2019 में इस योजना के अंतर्गत बजट को ₹750 करोड़ से बढ़ा दिया गया।
- स्वदेशी दुधारू पशुओं को इस मिशन के माध्यम से उन्हें अनुवांशिक संरचना के अंतर्गत सुधार करने के लिए नस्ल सुधार कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
- जिसके अंतर्गत पशुओं की संख्या में वृद्धि होगी एवं दूध उत्पाद तथा उत्पादकता को बढ़ाने में भी विभिन्न प्रकार के प्रयास किए जाएंगे।
Rashtriya Gokul Mission 2022 के अंतर्गत गोकुल ग्राम
- ग्रामीण क्षेत्रों में पशु केंद्र बनाए जाएंगे गोकुल ग्राम काहा जाएगा।
- लगभग 1000 से अधिक पशुओं को रखने की व्यवस्था की जाएगी एवं उनके चारे की व्यवस्था को भी किया जाएगा।
- प्रत्येक ग्राम में एक पशु चिकित्सालय होगा।
- उसी के साथ कृत्रिम गर्भाधान सेंटर की व्यवस्था भी की जाएगी।
- रहने वाले गोकुल ग्राम में सभी पशुओं से दूध की प्राप्ति की जाएगी।
- गोबर से जैविक खाद का निर्माण भी किया जाएगा।
- देश के नागरिकों के लिए रोजगार के अवसर योजना के माध्यम से उत्पन्न होगे।
गोकुल मिशन के माध्यम से प्रदान की जाने वाली वित्तीय धनराशि की सहायता
नीचे निम्नलिखित प्रकार के राष्ट्रीय गोकुल मिशन के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली वित्तीय धनराशि की सहायता के बारे में कुछ जानकारी इस प्रकार से है।
- योजना के संचालन के लिए 2025 करोड रुपए।
- 2020 तक लगभग 184 2.76 करोड़ों रुपए खर्चा किया जा चुका है।
- देश के सभी राज्यों में योजना को संचालित किया जाएगा।
Rashtriya Gokul Mission 2022 की पात्रता और दस्तावेज
जो उम्मीदवार Rashtriya Gokul Mission योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने हेतु आवेदन करना चाहते हैं उन्हें कुछ पात्रता और दस्तावेजों को ध्यानपूर्वक से देखना है जिसकी जानकारी इस प्रकार से है।
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- आयु प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
- आवेदन करने वाला व्यक्ति भारत का मूल निवासी होना चाहिए।
- उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- छोटे किसान एवं पशुपालक ही योजना अंतर्गत आवेदन कर सकते हैं।
- सरकारी पेंशन प्राप्त करने वाले लोगों को योजना के अंतर्गत पत्र नही माना गया है।
Rashtriya Gokul Mission 2022 के अंतर्गत आवेदन कैसे करें?
यदि आप राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं तो नीचे बताइ गयी प्रक्रिया का पालन करके आसानी से कर सकते हैं जो कि इस प्रकार से है।
- सर्वप्रथम आपको पशुपालन और डेयरी विभाग में जाना होगा।
- वहां जाने के बाद आवेदन पत्र हासिल करना होगा।
- अब इस आवेदन पत्र में पूछी गई सभी जानकारी को दर्ज करनी होगी।
- जानकारी में अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि को दर्ज करें।
- सभी महत्वपूर्ण जानकारी को दर्ज करने के बाद एक बार चेक कर लें कि वह जानकारी सही है या नहीं।
- पुष्टिकरण होने के बाद आवश्यक दस्तावेजों को जोड़ दें।
- याद रहे कि दस्तावेज फोटोकॉपी के फॉर्मेट में होने चाहिए यानी कि आपको जेरॉक्स कॉपी देनी होगी।
- दस्तावेजों को आवेदन पत्र के साथ जोड़कर उसी विभाग में जमा करा दें।
- इस प्रकार से आपका राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के अंतर्गत आवेदन पूरा हो जाएगा।
Conclusion
दोस्तों आज के आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको योजना से जुड़ी हुई सभी महत्वपूर्ण जानकारी को बताया है। जिसके अंतर्गत लाभ, उद्देश्य, पात्रता, विशेषताएं, पुरस्कार और योजना के अंतर्गत किस प्रकार का बजट निर्धारित किया गया है। है इन सब जानकारी के साथ हमने आपको Rashtriya Gokul Mission 2022 के अंतर्गत आवेदन करने की प्रक्रिया के बारे में बताया है।
हम आशा करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। यदि आपको कोई भी सवाल पूछना हो तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं हम आपको जवाब देने की पूर्ण रूप से कोशिश करेंगे। हमारे वेबसाइट पर आपको सरकारी योजनाओं की जानकारी बताई जाती है, सबसे पहले नोटिफिकेशन पाने के लिए हमारे वेबसाइट को जरूर बुकमार्क करें।