×
Advertisement

असम फसल के लिए जीरो ब्याज पर ऋण स्कीम

Advertisement

किसान का देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने व इसकी उन्नति में बहुत बडा योगदान होता है। किसान की समृद्धि देश के लिए भी बहुत महत्व रखती है। इसलिए सरकार हर तरीके से किसान को आगे बढाने व उसकी उन्नति के लिए नित नई-2 योजनाएं चलाती रहती है। सरकार कभी पेंशन, कभी सब्सिडी व कभी कम लोन दरों पर ब्याज की सुविधाएं प्रदान करती रहती है। इसी कडी मे एक नया आयाम कायम करने के लिए असम सरकार ने  शून्य ब्याज फसल ऋण योजना की शुरूआत की है। योजना का उद्देश्य राज्य में कम ब्याज दर पर किसानों को ऋण लेने के लिए प्रोत्साहित करना है। योजना के तहत सरकार किसानों को फसल ऋण योजना के अंतर्गत 100 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान करेगी। इस योजना का लाभ लेने की प्रक्रिया क्या है, तथा अन्य महत्वपूर्ण जानकारी नीचे दी गई है।

असम शून्य ब्याज फसल ऋण योजना

किसान को अन्नदाता की संज्ञा दी जाती है। पर यही अन्नदाता आज आर्थिक परेशानियों का सामना करने को मजबूर है। कभी मौसम के परिवर्तन के चलते फसलों को हुए नुकसान के कारण तो कभी मँहगाई दर में बढोतरी की वजह से किसान नित्य नई परेशानियों का सामना कर रहा है। इन्ही सब परिस्थितयों को देखते हुए सरकार ने ये शून्य ब्याज फसल ऋण योजना शुरू की है। असम शून्य ब्याज फसल ऋण योजना के अनुसार किसान 0% ब्याज दरों पर 2 लाख रुपये तक का फसल ऋण ले सकते हैं। योजना का उद्देश्य राज्य में कम ऋण प्रवाह की पृष्ठभूमि में किसानों को ऋण लेने के लिए प्रोत्साहित करना है। यह देश में अपनी तरह की पहली कृषि ऋण योजना होगी जो ऋण की ब्याज दरों पर 100% सब्सिडी प्रदान करेगी। राज्य सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिए इस योजना के लिए 25 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं।

Advertisement
योजना का नाम असम शून्य ब्याज फसल ऋण योजना
योजना किनके द्वारा आरम्भ की गई असम सरकार द्वारा
लाभार्थी असम राज्य के किसान
योजना में पंजीकरण प्रक्रिया ऑफलाइन माध्यम द्वारा
मुख्य उद्देश्य अधिकतम 2 लाख रुपये तक के कृषि ऋण पर 100% सब्सिडी प्रदान करना
मुख्य लाभ किसान लोन योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित होंगे।
प्रोत्साहन धनराशि शून्य ब्याज पर 2 लाख रूपये तक का ऋण फसल ऋण
योजना श्रेणी असम सरकार योजनाएं
आधिकारिक वेबसाइट अभी उपलब्ध नहीं

योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया –

राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार हर ग्राम पंचायत पर ग्राम सेवा सहकारी समिति का गठन किया जाये। जो आगे किसान को इस योजना से जोडने का कार्य करेंगे।

Advertisement

Leave a Comment