योजना के द्वारा सभी प्रवासी मजदूरों को भी रोजगार के लिए ज्यादा अवसर मिल सकेंगे।योजना के तहत 125 दिनों का काम उपलब्ध कराया जायेगा।
लाभार्थी
बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा के प्रवासी श्रमिक / मजदूर
मुख्य लाभ
मजदूरों तथा प्रवासी श्रमिकों का आत्मसम्मान बढ़ेगा, इस योजना में सीधे तौर पर मजदूरों को जोड़ने पर गांव का विकास करने में मदद भी मिलेगी। बेरोजगारी पर भी रोक लग सकेगी।